हिमाचल कैडर का एक IAS अधिकारी सस्पेंड, किसी और की परीक्षा देने का आरोप
बता दें कि नवीन ने 24 मार्च को 14 दिन के अवकाश के लिए ईमेल की थी। इससे पहले प्रदेश सरकार की ओर से नवीन को सात दिन का अवकाश दिया गया था।
पहाड़ प्राइम डेस्क: CBI कोर्ट से आरोप सिद्ध हो चुका है। किसी दूसरे की परीक्षा देने के मामले में नवीन तंवर सहित 6 अन्य दोषी पाए गए थे। जिन्हें 3 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई थी। साथ ही 50 हजार ₹ का जुर्माना भी लगाया गया।
प्रदेश सरकार ने 18 मार्च को सीबीआई से भी जानकारी मांगी। बता दें कि 9 साल पहले 2014 में नवीन तंवर ने लिपिक परीक्षा में झांसी के अमित की जगह परीक्षा दी थी।
2019 में नवीन तंवर का संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करने के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चयन हुआ।
किसी दूसरे की लिपिक परीक्षा देने के मामले में करीब 1 साल से ट्रायल चलता रहा था। जिसमें कोर्ट ने नवीन तंवर को दोषी पाया है।
वर्तमान में नवीन राज्य के चंबा जिले के भरमौर में सहायक उपायुक्त यानि ADC के पद पर कार्यरत थे।
अब हिमाचल कैडर के IAS नवीन तंवर को सरकार ने निलंबित कर दिया है। नवीन को पिछले महीने तीन साल की सजा सुनाई गई थी।
केंद्रीय जांच ब्यूरो के मजिस्ट्रेट शिवम वर्मा ने 50 हजार का जुर्माना भी लगाया।। 2019 बैच के आईएएस अधिकारी नवीन के ऊपर आरोप है कि उन्होंने झांसी के अमित की जगह बैंक क्लर्क भर्ती परीक्षा दी।
13 दिसंबर 2014 को होने वाली आईबीपीएस की क्लर्क भर्ती परीक्षा में नवीन तंवर ने गाजियाबाद स्थित आइडियल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में परीक्षा दी।
आपको ये भी बता दें कि नवीन तंवर की फाइल पर CM सुक्खू के हस्ताक्षर के बाद कार्रवाई की गई।
नवीन के केस में पहले लॉ विभाग से इस मामले में सलाह ली गई। विभाग ने स्पष्ट किया कि कोई कर्मचारी या अधिकारी 48 घंटे तक जेल में रहता है तो इस स्थिति में उनको निलंबित समझा जाना चाहिए।
बता दें कि नवीन ने 24 मार्च को 14 दिन के अवकाश के लिए ईमेल की थी। इससे पहले प्रदेश सरकार की ओर से नवीन को सात दिन का अवकाश दिया गया था।
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